बंद करना

    प्रयोगशालाएँ – भौतिकी/रसायन विज्ञान/जीवविज्ञान

    पी एम् श्री केंद्रीय विद्यालय सिद्धार्थनगर

    भौतिकी प्रयोगशाला

    केन्द्रीय विद्यालय संगठन का दृष्टिकोण अभी भी एक ऐसा वातावरण बनाकर जीवन भर की प्रक्रिया के रूप में सीखना है जहां प्रत्येक छात्र को अपनी पूरी क्षमता विकसित करने, आत्मविश्वास से सशक्त होने और समाज में भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहने का अवसर मिले. प्रयोगशाला स्कूल में एक ऐसा मंच है जो नवाचार की अनुमति देता है, व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से आत्म-खोज को प्रज्वलित करता है और छात्रों को अपने दम पर खड़े होने के लिए महत्वपूर्ण सोच को बढ़ावा देता है।. प्रधानमंत्री श्री केन्द्रीय विद्यालय सिद्धार्थनगर ने सम्मानित प्राचार्य (श्री नीरज कुमार शुक्ला) के मार्गदर्शन में कक्षा शिक्षण को सभी संभव तरीकों से अधिक प्रभावी बनाने के लिए संभव प्रयास किए थे। भौतिकी प्रयोगशाला निम्नलिखित मदों से सुसज्जित है-

     

    • ट्रैवलिंग माइक्रोस्कोप
    • ओम का नियम तंत्र
    • बैटरी एलिमिनेटर
    • जंक्शन डायोड
    • गैल्वेनोमीटर
    • मीटर ब्रिज
    • ऑप्टिकल बेंच
    • प्रतिरोध बक्से
    • पेंच गेज
    • ड्राइंग बोर्ड
    • समांतर चतुर्भुज कानून तंत्र
    • सोनोमीटर
    • पेचदार वसंत
    • ट्यूनिंग कांटा आदि।

    आधुनिक भौतिकी प्रयोगशाला उपकरणों के उपयोग के साथ शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में सीखने की पूरी प्रक्रिया को न केवल रोचक बल्कि अधिक प्रभावशाली भी बना दिया है और सीखने को आजीवन बना दिया है। इसने छात्रों में जिज्ञासा लाई और उनके सीखने को सक्रिय बनाया। कुल मिलाकर, छात्र जो सीख रहे थे उसमें शामिल थे क्योंकि जब छात्र अपनी सभी इंद्रियों का उपयोग करते हैं तो यह मस्तिष्क को ऐसे रास्ते बनाने में मदद करता है जिससे इसे बनाए रखना आसान और तेज हो जाता है।

    प्रयोगशाला उपकरण (रसायन विज्ञान)

    पीएम श्री योजना के तहत विद्यालय में रसायन विज्ञान प्रयोगशाला के उपकरणों के लिए 1 लाख रुपए की स्वीकृति मिली थी, जिसके तहत जेम पोर्टल से उपकरणों की खरीद के लिए बोली लगाई गई और मार्च-24 माह में विद्यालय में रसायन विज्ञान प्रयोगशाला के उपकरण प्राप्त हुए।

    कुछ उपकरण हैं आसवन उपकरण, हॉट प्लेट, मेल्टिंग पॉइंट उपकरण, सेंट्रीफ्यूजेशन मशीन, वजन मशीन, इलेक्ट्रिक वॉटर बाथ, नॉन इलेक्ट्रिक वॉटर बाथ क्रोमैटोग्राफी जार, वॉल्यूमेट्रिक फ्लास्क, स्टैंडर्ड फ्लास्क आदि।

    प्रभाव: रसायन विज्ञान प्रयोगशाला में प्राप्त उपकरणों से कक्षा (11-12) के छात्र सीबीएसई द्वारा दी गई प्रैक्टिकल सूची के प्रैक्टिकल कर सकते हैं।